पुणे में अब तक की सबसे बड़ी अतिक्रमण विरोधी कार्रवाई, 900 एकड़ भूमि मुक्त
पुणे के पिंपरी-चिंचवड़ में नगर निगम द्वारा अब तक का सबसे बड़ा अतिक्रमण विरोधी अभियान चलाया गया। इस कार्रवाई में करीब *900 एकड़ भूमि* को अतिक्रमण से मुक्त किया गया।
मुख्य
4000 से अधिक अवैध निर्माण* तोड़े गए, जिनमें कबाड़ की दुकानें, कारखाने, और कुछ धार्मिक स्थल शामिल थे।कार्रवाई 8 फरवरी से 14 फरवरी 2025 के बीच हुई।600 पुलिसकर्मी और 180 सुरक्षा बल इस अभियान में तैनात किए गए16 जेसीबी और 8 बड़ी मशीनों का इस्तेमाल किया गया
विवाद और प्रतिक्रियाएं
नगर आयुक्त शेखर सिंह और पुलिस आयुक्त विनयकुमार चौबे की देखरेख में यह अभियान चलाया गया।महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इस कार्रवाई का समर्थन किया।27 अवैध धार्मिक संरचनाओं पर अभी निर्णय लिया जाना बाकी है।कार्रवाई के कारण लगभग 2.5 लाख लोग बेरोजगार हो गए, और औद्योगिक क्षेत्र को ₹7,600 करोड़ का नुकसान हुआ।स्थानीय बीजेपी विधायक महेश लांडगे ने छोटे व्यापारियों के खिलाफ हुई कार्रवाई पर सवाल उठाए
आगे की योजना
प्रशासन का कहना है कि इस खाली कराई गई जमीन का उपयोग शहर के विकास और बुनियादी ढांचे के सुधार के लिए किया जाएगास्थानीय लोग भी दो धड़ों में बंटे हुए हैं – कुछ लोग इसे सुरक्षा और पर्यावरण के लिए ज़रूरी कदम मानते हैं तो कुछ *रोजगार छिनने से परेशान हैंयह अभियान महाराष्ट्र में अब तक की सबसे बड़ी अतिक्रमण विरोधी कार्रवाई मानी जा रही है
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