पिंटू महरा की कहानी
1. महाकुंभ में नाव चलाकर करोड़ों की कमाई
प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ में पिंटू महरा ने नाव संचालन के जरिए भारी मुनाफा कमाया। रिपोर्ट्स के मुताबिक, उसने इस आयोजन के दौरान नाव सेवा से करीब 30 करोड़ रुपये की कमाई की। यह दिखाता है कि महाकुंभ जैसे बड़े धार्मिक आयोजनों में सही अवसरों का लाभ उठाकर बड़ी आर्थिक सफलता हासिल की जा सकती है।
2. पिंटू महरा का आपराधिक इतिहास
पिंटू महरा प्रयागराज के नैनी थाने का हिस्ट्रीशीटर है। उसके खिलाफ हत्या, हमले और अन्य गंभीर अपराधों के दर्जनभर केस दर्ज हैं। वह डबल मर्डर केस में भी आरोपी है। इसका मतलब है कि उसका नाम सिर्फ आर्थिक सफलता के कारण चर्चा में नहीं है, बल्कि आपराधिक गतिविधियों में भी वह गहरी संलिप्तता रखता है।
3. परिवार की पृष्ठभूमि
पिंटू महरा का आपराधिक रिकॉर्ड अकेले का नहीं है। उसके पिता और भाई भी हिस्ट्रीशीटर रह चुके हैं। इससे यह संकेत मिलता है कि उसका पारिवारिक माहौल भी अपराध से जुड़ा रहा है। हालांकि, परिवार के अन्य सदस्य विभिन्न क्षेत्रों में सक्रिय हैं।
4. संपत्ति और पारिवारिक स्थिति
पिंटू महरा की मां पॉवर कॉरपोरेशन की रजिस्टर्ड ठेकेदार हैं और करोड़ों की संपत्ति की मालकिन हैं। उनका परिवार एक 2 मंजिला आलीशान मकान में रहता है, जिसमें सुरक्षा के लिए निजी सुरक्षाकर्मी भी मौजूद रहते हैं। यह दर्शाता है कि भले ही परिवार के कुछ सदस्य आपराधिक गतिविधियों में लिप्त रहे हों, लेकिन आर्थिक रूप से वे काफी संपन्न हैं।
निष्कर्ष
पिंटू महरा का जीवन दो विपरीत पहलुओं को दर्शाता है—एक ओर वह व्यवसाय से करोड़ों की कमाई करता है, तो दूसरी ओर आपराधिक गतिविधियों में संलिप्त है। उसके परिवार की संपन्नता और सामाजिक स्थिति भी चर्चा का विषय है। यह कहानी एक ऐसे व्यक्ति की है, जिसका जीवन संघर्ष, अपराध, और सफलता का मिश्रण है।
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